Sunday, May 22, 2022

सुधा सिन्हा 13.05.2022 विषबेल

विषबेल कश्यप ऋषि के कश्मीर में किसी अभागे हरामजादे सूअर की औलाद मुसलमान ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट नामक युवक की हत्या कर दी। क्यों ?एक तो हत्या करना मुसलमान के रेलिजन का पहला और अनिवार्य कर्मकाण्ड है। गैरमुसलमान यानी काफिर उसका पसंदीदा शिकार होता है। उस रेलिजन का आदेश है कि काफिर यदि समझाने-बुझाने से न माने तो मार- पीट कर, मृत्यु का भय दिखा कर उसे धर्मच्युत कराया जाये। इस पर भी यदि वह अपना धर्म छोड़ने को तैयार न हो, तो उसकी हत्या कर दो। मुसलमान को सिखाया जाता है कि ऐसा करने से जन्नत में उसके लिए सीट रिजर्व हो जाती है। भारत सरकार को चाहिए कि राहुल भट्ट की हत्या करने वाले मुसलमान को शीघ्रातिशीघ्र उसकी रिजर्व सीट पर पहुँचाने का प्रबन्ध करे। और, इस हत्यारे को बन्द कमरे में नहीं, व्यस्त चौराहे पर मार कर इसकी लाश किसी ऐसी जगह फेंक दी जाये जहाँ गीध-सिआर-कुत्ते उसकी हड्डी तक चबा कर धरती का भार हल्का कर दें। *आर्ष वचन है कि मानव क्रमविकास की गति मुसलमान के कारण अवरुद्ध हो गयी है। विषबेल की तरह फैले इस कौम, इस समुदाय के माध्यम से अपशक्तियाँ संसार के आध्यात्मिक उत्थान में बाधा पहुँचा रही हैं। सजग कृषक अपने खेत में विषबेल उगने नहीं देता। तथास्तु। ॐ

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