Thursday, May 19, 2022

ॐ सुधा सिन्हा -- शल्यचिकित्सा 20.10.2020

शल्यचिकित्सा संसार समझ गया है कि एक रोग, जिसका नाम है मुसलमान, सारी धरती को संक्रमित कर रहा है। छोटे-मोटे उपचार से यह बीमारी मिटने वाली नहीं है। इसे दूर करने केलिए गहन-सघन शल्यचिकित्सा अनिवार्य है। इस रोग ने अपने को बनाये रखने केलिए मुख्यत: संख्यावृद्धि को ही साधन बनाया है। मुसलमान का पहला फर्ज है(आदमी नहीं)मुसलमान पैदा करना। इसके लिए मादा मुसलमान प्रजनन की मशीन का काम करती है। यह मशीन रजस्वला होने से लेकर रजोनिवृत्ति तक बिना रुके लगातार चलती रहती है। एक मुसलमान बेहिचक चार और खींचते-तानते अनगिनत मशीनें इस्तेमाल करता है; ओसामा बिनलादेन लगभग चार दर्जन भाई-बहनों में सत्रहवें नम्बर पर था। इस पाशविक गृहउद्योग के अधिकांश खोटे माल फिदाइन आतंकवादी बनते हैं। मुसलमान का दूसरा फर्ज है अन्य धर्मावलम्बी को दहशत के बल पर मुसलमान बना देना; जो आनाकानी करे उसे मार डालना। यही दहशतगर्दी मुसलमानी जीवनशैली है, समाज व्यवस्था है, राजनीति है, रणनीति है। इस बर्बर समुदाय से भाराक्रान्त धरती मुसलमान नाम के रोग से मुक्त होने को व्याकुल है। कठोर-से-कठोर शल्यचिकित्सा द्वारा इसे मिटाना चाहती है। धरती का यह दुख दूर करने केलिए अदृश्य शक्तियां लामबन्द हो रही हैं। ॐ 20.10.2020 सुधा 9047021019

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