Saturday, May 21, 2022

सुधा सिन्हा 26.12.2021 अजमेर का भूत

अजमेर का भूत जिसने भी अजमेरी भूत की भनभनाहट सुनी, उसे समझने में देर नहीं लगेगी कि यह है हिन्दू जनजागरण के त्रास से मरे-मुसलमान को कब्र तोड़ कर निकालने की कुचेष्टा। स्वतंत्र भारत में जबाहरमियां और उसके खानदान के सत्तासीन होने पर मुसलमान को इतमीनान हो गया था कि वह चार बीबियों से चालीस पिल्ले पैदा कर जल्दी ही भारत को गर्त में पहुँचा देगा। लेकिन यह कौन- सी बयार चली जिसने मुसलमान को बदहवास कर दिया !!!भूत कहना चाहता है कि हिन्दू अपने को बनाये रखने की ''साजिश'' कर रहा है, इससे उसे मिटा देने के मुसलमानी एजेंडे में बाधा पड़ रही है। अब तक हिन्दुओं की कमाई पर बैठे-बैठे गुलछर्रे उड़ाने वाले मुसलमानों को भूत उपदेश दे रहा है कि हाथ-पैर हिलाओ। केवल जामिया मीलिया और अलीगढ़ में राष्ट्रहंता गढ़ने से काम चलने वाला नहीं है; पूरे भारत को भूतखाना बना दो।*मुसलमानो को सम्बोधित यह संदेश हिन्दुओं केलिए है। उन्हें सजग कर कहा जा रहा है कि केवल जागरण काफी नहीं है, प्रेतबाधा दूर करने केलिए महायज्ञ करना है।

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