Sunday, May 8, 2022

ॐ सुधा सिन्हा -- समझ वनाम सनक

समझ वनाम सनक बर्बर बकरीद पर बकरा-गाय हनन के सम्भावित अस्थायी रोक (कोरोना के कारण) की आशंका से भारत का तमाम मुसलमान तेल-विहीन ''बतिहर'' की तरह फड़फड़ाने लगा। निम्न मुसलमानी कथोपकथन में आपको लोमड़ी का छलछद्म और हुँराड़ की रार दिखाई देगी।'हाय हाय ! मोदी तो ऐसे न थे, उन्हें तो बकरा पालने वाले उन गरीबों की फिकर थी जो साल भर अपना पेट काट कर बकरे को दाना-पानी देते हैं, उसे मोटा- तगड़ा बनाते हैं कि अच्छी कीमत मिलेगी-- उनकी उम्मीदों पर पानी फेरने वालों को गरीबों की हाय लगेगी।''अब्बा ! आप फिकर मत करो। मैं सबसे मोटा बकरा टेब आया हूँ; फटेहाल अभागा हिन्दू है। खुलेआम बेच नहीं सकता इसलिए औने-पौने दाम में उसे बेचना ही पड़ेगा; और अगर नाकुर-नुकुर किया तो मेरा यह छुरा किस दिन काम आयेगा ? बकरे के पहले उसी की गरदन के पार हो जायेगा।''नहीं बेटे, नहीं। मैं जानता हूँ-- तुम चाहो तो उस नापाक हिन्दू का बकरा तो क्या, उसकी बेटी तक उठा कर ला सकते हो। लेकिन मैं किसी हंगामें में फँसना नहीं चाहता।' 'कोई हंगामा नहीं होगा; पुलिस वाले मेरे यार हैं, कॅम्युनिस्ट का फिल्ड हमारे हाथ में है, कांग्रेसी हमारे वोट के वेंटिलेटर पर सांस ले रहे हैं, पिछड़े-दलितों के मसीहा हमारे टुकड़ों पर पलते हैं, कभी हिन्दूहृदय सम्राट कहे जाने वाले का 'सपूत' कुर्सी के लोभ में धरम-करम भूल चुका है। गेरुआधारियों को दिन-दहाड़े पीट-पीट कर मार डाला; हमारा बाल भी बाँका नहीं हुआ।' उजाले बाँट दो 2 'लेकिन बेटे ! हिन्दुओं का कोई भरोसा नहीं। यह शातिर कौम बड़ी समझदार है। अपने पत्ते नहीं खोलती और ठीक समय पर मात देने वाला कार्ड निकाल कर सामने वाले को चौंका देती है। फिर हाथ मलने के सिवा कुछ बचता नहीं है।' 'अब्बा, आप हिन्दुओं की समझदारी से मत डरो। रहने दो सारी समझदारी हिन्दुओं के ही पास; समझ मुसलमान केलिए हराम है। उससे कहीं पावरफुल चीज है मुसलमान के पास; वह है सनक। मुसलमान को सनकाना कितना आसान है यह आप जानते ही हो।'मदरसे का पढ़ा बाप अंग्रेजीदोँ बेटे की मुसलमानी सनक का कायल हो गया। *सारी दुनिया इस बात पर सहमत है कि मुसलमान को शिक्षित करना उसकी सनक की आग में घी डालना है। कुल चौदह सौ साल में संसार मुसलमानी जन्तुशाला animal park बन गया है। लोगों का कहना है कि ये हिंस्र पशु आपस में लड़ मरेंगे। तथास्तु ! धरती माता की रक्षा केलिए अवश्य ही ऐसे उपाय होंगे। इस दैवनियोजित नियति में काम करेगी विकास की सूक्ष्म समझदारी, विस्तार की भोंड़ी सनक नहीं। ॐ24.07.2020 सुधा 9047021019

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