Thursday, May 19, 2022

सुधा सिन्हा फटा फारूख 13.10.2020

फटा फारूख बाप की खोज में निकले अनाथ फारूख अबदुल्ला को चीन में आश्रय नजर आने लगा है। दरअसल, उसकी हालत रंडी के बेटे जैसी है जिसे हर गुंडे में अपना बाप दीखने लगता है। बहुत दिनों तक वह पाकिस्तान को अब्बा कहता रहा, लेकिन जब उसे पता चला कि वह नपुंसक तो कटरे का दलाल भर है, तब से वह किसी दूसरे फर्जी बाप की तलाश में लग गया था। इस टाँगपसारू चमगादरखोर हीन चीन के साथ हरामी फारूख की अपनी अविश्वसनीयता इतनी match कर गयी कि वह हाय अब्बा -- हाय रब्बा कह कर लपक पड़ा है। *खानदानी गद्दार फारूख भले ही बुलबुल्ला भर बचा है, लेकिन यह भार‍तविद्वेषी परिवार भारत की प्रतिष्टा तथा यहाँ के संसाधनों पर ही फूलता-फलता रहा है; अब यह सिलसिला बन्द होना चाहिए; टुकड़े-टुकड़े मे नहीं, एक झटके में। इसे वही सजा दी जाये जो किसी राष्ट्रघाती केलिए निर्धारित है। टोपी-अचकनधारी अभागे फारूख का पाजामा सेंधमारी की भेंट चढ़ चुका है; यह देश के सामने नंगा खड़ा है। ॐ 13.10.2020 सुधा, 9047021019

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